About Shodashi
Wiki Article
एकान्ते योगिवृन्दैः प्रशमितकरणैः क्षुत्पिपासाविमुक्तैः
This classification highlights her benevolent and nurturing areas, contrasting Together with the fierce and moderate-fierce natured goddesses inside the group.
ध्यानाद्यैरष्टभिश्च प्रशमितकलुषा योगिनः पर्णभक्षाः ।
The underground cavern features a dome large over, and hardly seen. Voices echo fantastically off the ancient stone with the partitions. Devi sits inside a pool of holy spring water that has a Cover over the top. A pujari guides devotees through the entire process of having to pay homage and receiving darshan at this most sacred of tantric peethams.
पद्मरागनिभां वन्दे देवी त्रिपुरसुन्दरीम् ॥४॥
ऐसा अधिकतर पाया गया है, ज्ञान और लक्ष्मी का मेल नहीं होता है। व्यक्ति ज्ञान प्राप्त कर लेता है, तो वह लक्ष्मी की पूर्ण कृपा प्राप्त नहीं कर सकता है और जहां लक्ष्मी का विशेष आवागमन रहता है, वहां व्यक्ति पूर्ण ज्ञान से वंचित रहता है। लेकिन त्रिपुर सुन्दरी की साधना जोकि श्री विद्या की भी साधना कही जाती है, इसके बारे में लिखा गया है कि जो व्यक्ति पूर्ण एकाग्रचित्त होकर यह साधना सम्पन्न कर लेता है उसे शारीरिक रोग, मानसिक रोग और कहीं पर भी भय नहीं प्राप्त होता है। वह दरिद्रता के अथवा मृत्यु के वश में नहीं जाता है। वह व्यक्ति जीवन में पूर्ण रूप से धन, यश, आयु, भोग और मोक्ष को प्राप्त करता है।
यह शक्ति वास्तव here में त्रिशक्ति स्वरूपा है। षोडशी त्रिपुर सुन्दरी साधना कितनी महान साधना है। इसके बारे में ‘वामकेश्वर तंत्र’ में लिखा है जो व्यक्ति यह साधना जिस मनोभाव से करता है, उसका वह मनोभाव पूर्ण होता है। काम की इच्छा रखने वाला व्यक्ति पूर्ण शक्ति प्राप्त करता है, धन की इच्छा रखने वाला पूर्ण धन प्राप्त करता है, विद्या की इच्छा रखने वाला विद्या प्राप्त करता है, यश की इच्छा रखने वाला यश प्राप्त करता है, पुत्र की इच्छा रखने वाला पुत्र प्राप्त करता है, कन्या श्रेष्ठ पति को प्राप्त करती है, इसकी साधना से मूर्ख भी ज्ञान प्राप्त करता है, हीन भी गति प्राप्त करता है।
Chanting the Mahavidya Shodashi Mantra creates a spiritual defend about devotees, protecting them from negativity and dangerous influences. This mantra functions like a supply of safety, supporting individuals keep a favourable environment free of charge from psychological and spiritual disturbances.
या देवी दृष्टिपातैः पुनरपि मदनं जीवयामास सद्यः
देवस्नपनं उत्तरवेदी – प्राण प्रतिष्ठा विधि
If you are chanting the Mantra for a certain intention, produce down the intention and meditate on it 5 minutes prior to beginning While using the Mantra chanting and five minutes following the Mantra chanting.
The philosophical Proportions of Tripura Sundari extend past her physical attributes. She signifies the transformative power of beauty, which can guide the devotee through the darkness of ignorance to The sunshine of knowledge and enlightenment.
The intricate romantic relationship among these groups and their respective roles inside the cosmic purchase is usually a testomony on the wealthy tapestry of Hindu mythology.
साम्राज्ञी सा मदीया मदगजगमना दीर्घमायुस्तनोतु ॥४॥